मिल-जुल कर हमें... एक दूजे का हात बटाना हैं... निश्चय कर के स्वच्छ भारत का... गंदगी को जड़ से मिटाना हैं... हर कोई अपना घर आँगन... साफ रखता हैं... लेकिन कोना हर गली का... कुड़े से भरा होता हैं... उठाकर कचरा, कचरा कुंड में फेकना है.... अपना कर्तव्य है ये... इसे हमे ही निभाना है... गिरती हुई हमारी प्रतिमा... हमें ही संभालना हैं... स्वच्छ भारत का नारा... देश भर चलाना हैं... स्वच्छ भारत का नारा... सभी को सिखाना हैं... सुजलाम् सुफलाम् भारत... सारी दुनिया को दिखाना हैं... जय हिंद... जय भारत.... स्वच्छ भारत ©भावेश जनार्दन म्हसकर 9029508907 www.ekpriyakar.blogspot.com